विशेषण

वे शब्द होते हैं जो किसी संज्ञा (Noun) या सर्वनाम (Pronoun) की विशेषता बताते हैं, उसकी संख्या, परिमाण, अवस्था, गुण, आदि का बोध कराते हैं।

ये वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता को स्पष्ट करने का कार्य करते हैं।

विशेषण के प्रकार एवं उदाहरण

1. गुणवाचक विशेषण (Adjective of Quality)

ये विशेषण किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान की विशेषता, गुण या दोष को व्यक्त करते हैं।

उदाहरण:मोहन ईमानदार लड़का है। (ईमानदार – मोहन की विशेषता बता रहा है)

हिमालय ऊँचा पर्वत है। (ऊँचा – हिमालय के गुण को दर्शा रहा है)

यह फूल खूबसूरत है।

यह बच्चा बहुत चतुर है।

गुणवाचक विशेषण के उपप्रकार:

1. साधारण गुणवाचक विशेषण –

किसी वस्तु के सामान्य गुण बताते हैं।

वह अच्छा लड़का है।

यह मीठा आम है।

2. अपवादात्मक गुणवाचक विशेषण –

जिसमें विशेषण का विपरीत गुण भी समाहित हो।

यह काम आसान भी है और कठिन भी।

वह व्यक्ति चालाक भी है और मूर्ख भी।

2. परिमाणवाचक विशेषण (Adjective of Quantity)

ये विशेषण किसी वस्तु की मात्रा (Quantity) को व्यक्त करते हैं, लेकिन उसे गिन नहीं सकते।

उदाहरण:मेरे पास थोड़ा पानी बचा है।

उसने अपने धन का आधा दान कर दिया।

हमारे पास कुछ समय बाकी है।

तुम्हें पूरा भोजन करना चाहिए।

परिमाणवाचक विशेषण के प्रकार:

1. निश्चित परिमाणवाचक विशेषण –

जहाँ परिमाण निश्चित हो।मैंने आधा केक खा लिया।

2. अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण –

जहाँ परिमाण अनिश्चित हो।उसे थोड़ा आराम करने दो।

3. संपूर्णता सूचक परिमाणवाचक विशेषण – जहाँ पूर्णता का भाव हो।उसने पूरा प्रयास किया।

3. संख्यावाचक विशेषण (Adjective of Number)

ये विशेषण किसी वस्तु या व्यक्ति की संख्या (Number) या क्रम (Order) को प्रकट करते हैं।

संख्यावाचक विशेषण के प्रकार:

1. निश्चित संख्यावाचक विशेषण (Definite Numeral Adjective) – जिसमें संख्या निश्चित हो।

मेरे पास तीन पेन हैं।

उसने सात आम खरीदे।

2. अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण (Indefinite Numeral Adjective) – जिसमें संख्या अनिश्चित हो।

वहां कई लोग खड़े हैं।

मैंने कुछ किताबें खरीदीं।

3. क्रमवाचक विशेषण (Ordinal Numeral Adjective) – जो क्रम या पदानुक्रम को व्यक्त करते हैं।

वह दौड़ में पहला आया।

यह उसकी दूसरी गलती है।

4. सर्वनामिक विशेषण (Pronominal Adjective)

जब कोई सर्वनाम (Pronoun) विशेषण का कार्य करता है,

तो उसे सर्वनामिक विशेषण कहते हैं।

उदाहरण:

यह किताब मेरी है। (यह – विशेषण का कार्य कर रहा है)

कोई व्यक्ति दरवाजे पर खड़ा है।

हर छात्र को कक्षा में आना चाहिए।

कौन सी गाड़ी तुम्हारी है?

सर्वनामिक विशेषण के प्रकार:

1. सार्वभौमिक विशेषण – जो सभी के लिए प्रयोग हो।हर व्यक्ति को नियम मानने चाहिए।

2. अनिश्चित विशेषण – जिसमें अनिश्चितता हो।कुछ लोग बहुत मेहनती होते हैं।

3. प्रश्नवाचक विशेषण – जो प्रश्न पूछने का कार्य करे।

कौन सा रंग तुम्हें पसंद है?

5. संबंधवाचक विशेषण (Relative Adjective)

जो संज्ञा और सर्वनाम के बीच संबंध प्रकट करें।

उदाहरण:

यह वही लड़का है, जो हमेशा कक्षा में आता है।

यह वही मकान है, जिसमें हम रहते थे।

वह लड़की जिसकी किताब खो गई थी, रो रही थी।

6. विशेषण के अन्य महत्वपूर्ण प्रकार

1. संपूर्णता सूचक विशेषण (Adjective of Completeness)

मुझे पूरा विश्वास है।

उसने संपूर्ण किताब पढ़ ली।

2. नकारात्मक विशेषण (Negative Adjective)

यह बेकार योजना है।वह आदमी असभ्य है।

3. संभाव्य विशेषण (Adjective of Possibility)

यह कार्य संभव है।

उसके जीतने की संभावना कम है।

विशेषण की पहचान करने की सरल विधि:

1. संज्ञा के आगे विशेषण आता है:

सुंदर फूल खिला हुआ है। (फूल – संज्ञा, सुंदर – विशेषण)

2. किसी वस्तु की विशेषता को व्यक्त करता है:

यह पानी ठंडा है। (ठंडा – पानी की विशेषता)

3. किसी संज्ञा की संख्या या परिमाण बताता है:

मेरे पास तीन किताबें हैं। (तीन – संख्या बताने वाला विशेषण)

4. किसी संज्ञा या सर्वनाम के बारे में अधिक जानकारी देता है:

यह वही बच्चा है, जो हमेशा खेलता रहता है।

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